An Unbiased View of Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana
डर से लड़ने के लिए मानसिक शक्ति कैसे बढ़ाएं
अगर आप इंटरव्यू से डरते हैं, तो मॉक इंटरव्यू ज़रूर करें।
वो आदमी इन तरीको से पैसा कमाकर भले ही अपने आप को खुश दिखाने की कोशिश कर रहा हो, पर हकीक़त ये है की वो खुद को ही धोखा दे रहा होता है.
अगर उसी वक़्त उस मुसीबत का सामना कर लिया जाए तो जीवन भर आप उसके डर से मुक्त रहंगे और आपमें एक अलग ही आत्मविश्वास आ जाएगा.
अपने लक्ष्य की कल्पना करें, जैसे कि वह पहले ही पूरा हो चुका हो।
अपने अंदर के डर को कैसे दूर भगाएं? हम जिन चीजों में विश्वास रखते हैं। हमारे मानसिक अवधारणाएं, सोच विचार जिस तरह के होते हैं वहीं हमारी आदतों और कर्मो का निर्माण करते हैं, यानी अगर हम ये सोचे हमें इस चीज से डर लगता हैं तो संभवतः जरुर उससे आप भयभीत रहेंगे।
यदि आप हमेशा सोचते हैं तो सबसे पहला कदम सक्रत्मकता हैं
कुछ अनिश्चित होने की कल्पना (यानी जो हुआ ही नहीं या जो पहले हो चुका है) उसे दोबारा होते देखना यह बिल्कुल ऐसा प्रतीत होगा है जैसे – आपका शरीर और दिमाग आपसे बात कर रहे हैं। इससे पहले कि आप डर को खत्म करने के बारे में सोचें, सबसे पहले आपको समझना होगा डर एक सामान्य प्रतिक्रिया हैं जब आप इसके संकेतों को समझने लगते हैं तो डर को दूर करना सांस लेने और छोड़ने जैसा समान्य लगने लगेगा। चाहे डर कितना भयानक क्यों ना!
वहीं यदि ये विश्वास रखें, आप उन चीजों या परिणामों में विश्वास नहीं रखते जो आपने देखी न हों या घटित नहीं हुईं हैं, ऐसी स्थिति मन से डर को पूर्णतः निकाल देता हैं।
आप सकारात्मक पक्ष को समझकर अपने डर का फायदा उठा सकते हैं। उदाहरण के लिए, बहुत से लोगों को स्टेज पर जाने से डर लगता है, लेकिन मंच पर होने का डर आपको उस पल के बारे में जागरूक होने में मदद कर सकता है और आप जो करने जा रहे हैं उस पर गहन ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। अपने डर को स्वीकार करना सीखें और फिर ये जहां पर सबसे अधिक उपयोगी होने वाला है, उसे उसी दिशा में ले जाएँ।
इसके लिए आपको ऐसी चीज़ें खानी चाहिए जिससे मिलने वाले पौषक तत्व आपके मष्तिष्क को पुष्ट बनायें. दिमाग यदि स्वस्थ रहेगा तो ही आप पूरी तरह से निर्भीक और स्वस्थ रह पायेंगे.
अपने मन को डर से भटकाने के लिए कोई फनी चीज देखें या चुट्कुले पढ़ें।
एक ऐसे पार्क में जाएं जहां आप जानते हैं कि आपको एक या अधिक कुत्ते लीश (बेल्ट) में बंधे मिलेंगे और उन्हें तब तक देखें जब तक आपका डर खत्म न हो जाए।
मतलब हमारे दिमाग get more info में चलने वाले ऐसे विचार जो हमें डराते रहते हैं लेकिन वो कभी भी पूरी तरह से सच्चे और सही नहीं होते.